दो ही किस्म के इंसान चल सकते है
और आगे बढ़ सकते है
एक जो जमानेके साथ चलता है
दूसरा जो ज़माने को चलाता है
बीच वाले रहते है खड़े, जहां थे वहां
देखतें रहतें है गुजरता हुआ कारवां
भरत शाह
और आगे बढ़ सकते है
एक जो जमानेके साथ चलता है
दूसरा जो ज़माने को चलाता है
बीच वाले रहते है खड़े, जहां थे वहां
देखतें रहतें है गुजरता हुआ कारवां
भरत शाह
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