खुदाभी हो गये खामोश
जब पूछा
एकसो बत्तीस बच्चोंे ने कयामतमें
है ये किस गुनाहों की सज़ा?
जब पूछा
एकसो बत्तीस बच्चोंे ने कयामतमें
है ये किस गुनाहों की सज़ा?
शर्मसे निगाहें फेरी उसने शैतानकी ओर
बेह रहा था खून उसकी भी आँखोसे
-भरत शाह
बेह रहा था खून उसकी भी आँखोसे
-भरत शाह
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